चंडीगढ़: पंजाब में विधानसभा चुनाव नजदीक हैं और इस बीच हर दल अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश में जुटा हुआ है। चुनाव आयोग की ओर से कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों और कोरोना वैक्सीनेशन की स्थिति को देखते हुए फिलहाल जनसभा-रैली पर रोक लगाई गई है। एक तरफ जहां सभी राजनीतिक दल सत्ता हासिल करने के लिए गुणा-गणित में जुटे हैं, पार्टियों की महिला सदस्य भी इसमें पीछे नहीं हैं। वे भी सियासी घमासान में होशियारी से अपना पूरा दमखम लगा रही हैं। सभी दलों में कुछ महिलाएं सोशल मीडिया पर बढ़-चढ़कर पार्टी के प्रचार-प्रसार में हिस्सा ले रही हैं। विधानसभा के 2012 , 2017 व लोकसभा 2019 के चुनावों में अधिक वोटिंग करने वाली पंजाब की महिलाएं इस बार भी सरकार बनाने में अहम रोल अदा कर सकती हैं। आइए जानते हैं किस तरह से महिलाएं सोशल मीडिया पर सक्रिय हैं।
कांग्रेस में बॉलीवुड के एक्टर सोनू सूद की बहन मालविका सूद सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय हैं। राहुल गांधी के पंजाब दौरे के दौरान मालविका ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Koo App पर पोस्ट कर कहा कि हमारे कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी की पंजाब यात्रा के दौरान आगामी विधानसभा चुनावों पर केंद्रित एक विशाल डिजिटल रैली थी। ये नई सोच-नया पंजाब को समर्पित थी। इस दौरान उन्होंने मोगा निर्वाचन क्षेत्र में तीन अलग-अलग स्थानों पर कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं और निवासियों को संबोधित किया। इसमें लोगों का भारी समर्थन भी मिला।


वहीं, शिरोमणि अकाली दल की हरसिमरत कौर बादल ने सोशल मीडिया के माध्यम से आम आदमी पार्टी पर निशाना साधा है। उन्होंने सोशल मीडिया मंच Koo App पर दिल्ली में आप सरकार का 7 साल का रिपोर्ट कार्ड पेश करते हुए पंजाब के लोगों को सावधान किया है। उन्होंने लिखा कि -
15 लाख सीसीटीवी- नहीं
500 नए स्कूल- नहीं
25 नए कॉलेज- नहीं
लोकपाल बिल- नहीं
प्रदूषण नियंत्रण- नहीं
लेकिन-
1000 नई शराब की दुकानें- हां
जल बोर्ड में भारी नुकसान- हां
कोविड संकट मैनेजमेंट- फेल
मोहल्ला क्लीनिक- फेल
ड्रेनेज सिस्टम- फेल
पंजाबी सावधान!


आम आदमी पार्टी की बात करें, तो यहां भी महिलाएं सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव हैं। पार्टी की सरबजीत कौर मनुके ने माइक्रो-ब्लागिंग ऐप कू पर पोस्ट किया कि हलका जगराओं के गांव लीलन पश्चिम में एक बैठक हुई और ग्रामीणों की प्रतिक्रिया जबरदस्त थी।

महिला वोटरों को लुभाने में जुटे दल
पंजाब की राजनीति में महिला मतदाताओं की भागीदारी देखते हुए राजनीतिक दलों ने लुभाने की कोशिशें शुरू कर दी हैं। सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी ने पंजाब में महिलाओं को प्रति माह 2,000 रुपये और एक साल में 8 रसोई गैस सिलेंडर मुफ्त देने का वादा किया है। वहीं, पार्टी की ओर से छात्राओं के लिए भी कई वादे किए गए हैं। नवजोत सिंह सिद्धू ने महिला सशक्तिकरण की दिशा में किया गया यह वादा सोशल मीडिया में भी साझा किया है।


आम आदमी पार्टी ने भी पंजाब की सभी महिलाओं के खातों में हर महीने 1,000 रुपए देने का वादा किया है। इसके अलावा बुजुर्ग महिलाओं को मासिक वृद्धावस्था पेंशन में 1,000 रुपये की बढ़ोतरी करने का भी वादा किया है। इस संबंध में आम आदमी पार्टी की ओर से एक वीडियो भी जारी किया गया है।

अकाली दल ने पंजाब की सत्ता में वापसी पर गृहणियों को घर खर्च के लिए 2000 रुपये प्रति महीना देने का वादा किया है। उन्होंने महिलाओं को नौकरी में 50 प्रतिशत का आरक्षण देने की भी बात कही है।
वोट देने में महिलाएं हमेशा आगे
पंजाब में वोट देनें में महिलाएं आगे रही हैं। 2012 विधानसभा चुनाव में महिला मतदाताओं का मतदान प्रतिशत 78.90 था। महिलाओं की तुलना में 77.58 प्रतिशत पुरुष वोटर ने वोट डाले थे। 2017 के विधानसभा चुनाव में कमोबेश यही हाल रहा। इस चुनाव में 79.2 प्रतिशत महिलाओं और 78.5 प्रतिशत पुरुष मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। यह सिलसिला लोकसभा चुनाव में भी जारी रहा। 2019 के आम चुनाव में 79.2 प्रतिशत महिला और 78.5 प्रतिशत पुरुष मतदाताओं ने वोट डाले।