युवा किसानों की कहानी बयां करती है फिल्म अन्नदाता
जालंधर। डीएवी विश्वविद्यालय के जर्नलिज्म एंड मॉस कम्यूनिकेशन के विद्यार्थियों को लखनउ में आयोजित इंटरनेशनल साईंस लिटरेच्र एंड फिल्म फेस्टीवल में फिल्म अन्नदाता को स्पेशल जूरी अवार्ड देकर सम्मानित किया गया।
यह सम्मान केंद्रिय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन और ऑस्कर अवार्डी फिल्म मेकर माइक पांडे ने डायरेक्टर रौशन यादव, अभिलक्ष्य खन्ना, विकेक थापा, अमन, आशिष, अभिषेक, शीतल और भाविका सलूजा को दिया। प्रतियोगिता का शुभारंभ महामहीम राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, यूपी के राज्यपाल रामनाईक और केद्रिय मंत्री डॉ. हर्षवध्रन ने किया था। पुरस्कार जीतकर लौटने पर विश्वविद्यालय के उपकुलपति डॉ. राकेश महाजन, रजिस्ट्रार डॉ. सुषमा आर्य, डीन डॉ. देशबंधु गुप्ता और डीन स्टूडेंट वेल्फेयर डॉ. जसबीर ऋषि ने अपनी शुभकामनाएं दी।
वीसी डॉ. महाजन ने कहा कि मीडिया के विद्यार्थियों ने अंर्तराष्ट्रीय फिल्म फेस्टीवल में पुरस्कार जीतकर विश्वविद्यालय का नाम रोशन किया है। इन्होंने बड़े संजीदगी से किसानों के जीवन को डक्यूमेंटरी के माध्यम से दिखाया है, जिसको देखकर दूसरे किसान भी प्रेरणा लेगें। रजिस्ट्रार डॉ. आर्य ने कहा कि विद्यार्थियों और प्राध्यापको की मेहनत रंग लाई है, देश में किसानों की दशा काफी ही सोचनीय है ऐसे में इस तरह की फिल्में किसानों को आत्मनिर्भर बनने व आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेगें। विभागाध्यक्ष गीता कश्यप, प्राध्यापक प्रो. हरि के. सिंह, विकाश कहोल और रौशन यादव ने विजेताओं को बधाई दिया।
युवा किसानों की कहानी बयां करती है फिल्म अन्नदाता डायरेक्टर रौशन यादव ने बताया कि फिल्म में भारतीय किसानों की जीवनदशा को दिखाया गया है। आये दिन देश व प्रदेश में किसानों की आत्महत्या करने की खबर अखबारों की सुर्खियां बनती है। लेकिन उनमें से कुछ ऐसे भी किसान है जो तमाम मुसिबतों और चुनौतियों का सामना करते हुए जीवन में आगे बढ़ रहे है। किसान अब सिर्फ किसानी ही नहीं कर रहे बल्कि अविष्कार भी कर रहे है, जिसका उपयोग कर अपना जीवन खुशहाल बना रहे है। ऐसे ही युवा किसानों की कहानी बयां करती है फिल्म अन्नदाता।